सीहोर 7 मार्च (फुरसत)। आधी अधूरी सड़क से उड़ती धूल ने जहाँ रहवासियों का सुख चैन छीन लिया है वहीं इस मार्ग से आने जाने वाले राहगीरों को भी धूल धमास का सामना करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
इंग्लिशपुरा मार्ग पर विगत कई महिनों से सड़क क ा निर्माण कार्य रुक-रुक कर चल रहा है। संबंधित ठेकेदार ने पहले तो कालतोर की सड़क खुदवा कर उसमें गिट्टी मुरम भरवाई गई ऊपर से उस पर बारीक गिट्टी की परत बिछवा दी।
इंग्लिशपुरा क्षेत्र का यह मार्ग व्यस्ततम मार्ग है और इस पर 24 घंटे वाहनों की आवाजाही रहती है। इसी माग्र से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में छात्रों की आवाजाही रहती है।
धूल के कारण आने जाने वालों का तो हुलिया ही बिगड़ जाता है वहीं इस मार्ग पर निवासरत लोगों को दिन भर धूल के गुवार के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सड़क पर बिछाई गई बारीक गिट्टी वाहनों की लगातार आवाजाही से धूल में तब्दील होकर नागरिकों की विभिन्न बीमारियों का कारण बन चुकी है। स्वांस और फेफड़ों की बीमारी से आम लोग ग्रस्त होने लगे हैं। यह समस्या मात्र इंग्लिशपुरा की ही नहीं है, इंग्लिशपुरा, कोतवाली चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड, नरसिंहगढ़ मार्ग पर स्थित लुनिया पुरा चौराहे तक इसका व्यापक असर देखा जा सकता है। इंग्लिशपुरा क्षेत्र के नागरिकों ने संबंधित विभाग को धूल से निजात दिलाने की कई बार मांग की जा चुकी है। उड़ती धूल, दुष्परिणामों और नागरिक स्वास्थ्य को लेकर जिला प्रशासन से हस्तक्षेप कर सडक़ निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराये जाने की गुहार की जा चुकी है। लेकिन प्रशासन विभाग और संबंधित ठेकेदार सभी उपेक्षा पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं।
इंग्लिशपुरा मार्ग पर विगत कई महिनों से सड़क क ा निर्माण कार्य रुक-रुक कर चल रहा है। संबंधित ठेकेदार ने पहले तो कालतोर की सड़क खुदवा कर उसमें गिट्टी मुरम भरवाई गई ऊपर से उस पर बारीक गिट्टी की परत बिछवा दी।
इंग्लिशपुरा क्षेत्र का यह मार्ग व्यस्ततम मार्ग है और इस पर 24 घंटे वाहनों की आवाजाही रहती है। इसी माग्र से प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में छात्रों की आवाजाही रहती है।
धूल के कारण आने जाने वालों का तो हुलिया ही बिगड़ जाता है वहीं इस मार्ग पर निवासरत लोगों को दिन भर धूल के गुवार के बीच रहने को मजबूर होना पड़ रहा है।
सड़क पर बिछाई गई बारीक गिट्टी वाहनों की लगातार आवाजाही से धूल में तब्दील होकर नागरिकों की विभिन्न बीमारियों का कारण बन चुकी है। स्वांस और फेफड़ों की बीमारी से आम लोग ग्रस्त होने लगे हैं। यह समस्या मात्र इंग्लिशपुरा की ही नहीं है, इंग्लिशपुरा, कोतवाली चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड, नरसिंहगढ़ मार्ग पर स्थित लुनिया पुरा चौराहे तक इसका व्यापक असर देखा जा सकता है। इंग्लिशपुरा क्षेत्र के नागरिकों ने संबंधित विभाग को धूल से निजात दिलाने की कई बार मांग की जा चुकी है। उड़ती धूल, दुष्परिणामों और नागरिक स्वास्थ्य को लेकर जिला प्रशासन से हस्तक्षेप कर सडक़ निर्माण कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण कराये जाने की गुहार की जा चुकी है। लेकिन प्रशासन विभाग और संबंधित ठेकेदार सभी उपेक्षा पूर्ण रवैया अपनाए हुए हैं।