सीहोर 18 जनवरी (फुरसत)। मोहम्मदी अखाड़ा चकला मोहल्ला सीहोर ने एक बार फिर अपनी राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए यहाँ मातमी जुलूस में सभी नगर वासियों से मिलजुल कर सम्मिलित होने की अपील की है बल्कि मोहम्मदी अखाड़ा ने इसके लिये बकायदा नगर के सम्मानित नागरिकों को दावत नामा देकर एक मिसाल कायम कर दी है।
उल्लेखनीय है कि चकला मोहल्ला के मोहम्मदी अखाड़ा अपने राष्ट्रवादी सोच के चलते कई बार महत्वपूर्ण मामलों में सकारात्मक स्थिति लाता है। इस बार नगर में मोहर्रम का पर्व बहुत अधिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। कल गुरुवार को गंज बजरिया से मोहर्रम की 7 तारीख को एक जोरदार मातमी जुलूस निकला जिसमें पूरे उत्साह के साथ कस्बे के लोग भी शामिल हुए और एक बडा विशाल मातमी जुलूस निकला।
जो गंज से होता हुआ छावनी मोहम्मदी अखाड़ा के नेतृत्व में पहुँचा और यहाँ से घूमता हुआ वापस गंज बजरिया में देर रात 12 बजे समाप्त हो गया था।
लेकिन आज मोहम्मदी अखाड़ा ने मोहर्रम की 8 तारीख शुक्रवार को अपने राष्ट्रवादी सोच का परिचय देते हुए मोहर्रम पर्व को मनाने के लिये सभी को आमंत्रित किया है। उन्होने नगर के सभी प्रतिष्ठित नागरिकों हिन्दुओं को सम्मिलित होने की अपील करते हुए मातमी जुलूस में शामिल होने की अपील की है बल्कि बकायदा एक एलान भी कराया गया है। रात 10 बजे चकला चौराहा से एक जोरदार मातमी जुलूस तैयार हुआ जिसमें कस्बा क्षेत्र के लोग भी अखाड़े और झांकी के साथ सम्मिलित हुए। मुस्लिम कौंसिल सदर अब्दुल हमीद चौधरी, मुस्लिम त्यौहार कमेटी के अध्यक्ष रिजवान पठान, उपाध्यक्ष मोहम्मद इरशाद (भगोली), अजीज चाचा, अन्नु मंसूरी, हनीफ कुरैशी, हाजी अतीकुर्रहमान साहब, आफताब अली, शहादत पठान, सगीर पहलवान, फारुक अंजुम, पप्पु भाई फैजान, मुन्ना उस्ताद, मुन्ने राईन, रईस भाई कबाड़ी, प्यारे पहलवान, आबिद अली, अजीज भाई लोहार, कय्यूम भाई, हारुन मोहम्मद, हफीज भाई मंसूरी, शमीम पार्षद, हफीज चौधरी, इरफान बेल्डर, अशफाक पातल, हाजी सलीम पार्षद, अतीक मियां टेक्सी यूनियन अध्यक्ष आदि सम्मिलित रहे। जुलूस चकला चौराहा से प्रारंभ होकर गाड़ी अड्डा, कोतवाली चौराहा, पुराना बस स्टेण्ड, मछली पुल, मछली बाजार, पान चौराहा, गाँधी रोड, नमक चौराहा होता हुआ लाल मस्जिद चौराहे से पुन: देर रात चकला में समाप्त हुआ।
कल मोहर्रम की 9 तारीख शनिवार को मछली बाजार का जुलूस निकलेगा जिसकी तैयारियाँ जारी हैं। इधर चाँद की 9 तारीख शनिवार कत्ल की रात भी है जिसमें रात 2 बजे के बाद ताजिये भी निकलेंगे जो चकला, गंज व कस्बा क्षेत्र से निकलेंगे।