सीहोर 26 अप्रैल (नि.सं.)। इधर सीवन नदी में पानी आता है और उधर इसके किनारे रहने वालों द्वारा मोटरें डाल दी जाती हैं। रात होते ही जब बिजली की कोई समस्या नहीं रहती है यह लोग खुलेआम मोटरें सीवन में डालकर पानी खींचना शुरु कर देते हैं।
बढ़ियाखेड़ी क्षेत्र में सीवन नदी के किनारे लगे कुछ लोग द्वारा अपने कुंओं व बोर में हर दिन सीवन नदी से पानी खींचकर डाल दिया जाता है और फिर उससे आराम से खेतों की सिंचाई आदि की जाती है। सीवन से पानी खींचने का यह क्रम कस्बा क्षेत्र में भी चारों तरफ जारी है। सीवन से पानी खींचकर आराम से खेती की जा रही है।
उधर गणेश मंदिर के पास भूतेश्वर महादेव तक सीवन नदी में मोटरें लगी दिखती हैं जिससे सरेआम पानी खींचा जाता है और खेती जाती है। इस प्रकार पानी की चोरी हर दिन जारी है और सीवन को खाली करने का उपक्रम चलता रहता है। अभी ग्रीष्म ऋतु प्रारंभ ही हुई है लेकिन अपने प्रचण्ड रुप को दिखा चुकी है। अप्रैल चल रहा है और वेशाख शुरु ही हुआ है इसके बाद मई, जून और जुलाई का आधा माह अभी बाकी है। तब तक लगातार सीवन से पानी खींचा जायेगा। नगर पालिका को इन पानी चोरों को रोकने के लिये भरसक प्रयास करने की आवश्यकता है। सीवन के जल स्तर कम होने के कारण नगर के जल स्तर पर भी विपरीत असर पड़ता है। सीवन में जल होने पर नगर के जल स्त्रोत भी सूखते नहीं है और नगर में पानी की हायतौबा नहीं मचती।