आष्टा 12 सितम्बर (नि.प्र.) । नगर में अनेको जगाहों पर रोजाना अवैध रूप से अवैध चलने वाले गैस वाहनों में जान जोखिम में डालकर मारूति व अन्य वाहनों में गैस भरी जाती है लेकिन कभी भी खाद्य विभाग ने इस अवैध कारोबार में लिप्त चेहरों पर कार्यवाही करने की हिम्मत नहीं जुटाई कभी की भी तो नेतागिरी आडे आ गई। लेकिन इस अवैध जान से जोखिम में डालकर कार्य करने का खामियाजा जान देकर भी भुगतना पड़ सकता है। खबर है कि ऐसा ही कार्य करते वक्त तीन चार दिन पूर्व दरगाह के आगे एक चर्चित स्थान पर बाहर की एक मारूति में अवैध रूप से गैस भरते समय अचानक बिजली आ गई और स्पार्क होने से लिकेज हो रही गैस ने आग पकड़ ली जिसमें गैस भर रहा युवक एवं जिनके वाहन में गैस भरी जा रही थी वे जल गये जिन्हें आष्टा अस्पताल में भी लाये लेकिन गंभीर होने के कारण उन्हें भोपाल रेफर कर दिया गया जिसमें आष्टा का युवक माजिद की मृत्यु हो गई। जब उक्त घटना के बाद जले लोगो ंको आष्टा अस्पताल लाये थे वहां पर पुलिस भी पहुंच गई थी लेकिन उक्त घटना के 3-4 दिन बाद आज तक थाने में कोई प्रकरण किसी भी प्रकार का दर्ज नहीं हुआ है पुलिस तो यह कह रही है की कार की टंकी सही करते वक्त आग लगी थी गैस नहीं भरी जा रही थी जबकि वहां पर गैस ही भरी जा रही थी ऐसा सूत्र बताते है फुरसत को सूत्रों ने बताया कि पुलिस ने जान बूझकर उक्त मामला ही बदल दिया है जिस गाड़ी में यह घटना घटी वो महेश्वर की बताई जा रही है जिनकी गाड़ी में यह घटना घटी वो भी उसमें लगे है पुलिस जो कह रही है वो कही से भी गले नहीं उतर रही है क्योंकि अगर टंकी को सुधारते वक्त आग लगी ऐसा पुलिस कह रही है तो माहेश्वर निवासी राजेन्द्र-मुकेश कैसे जल गये क्योंकि वाहन की टंकी तो मैकेनिक का कर्मचारी सुधार रहा था पुलिस का पूरा बयान झूठ लग रहा है फुरसत को जो जानकारी मिली उसके अनुसार उक्त सेन्टर पर कार्यरत उक्त कर्मचारी अवैध रूप से गैस भर रहा था तथा उसके उक्त कार्य में वाहन मालिक जो साथ थे वे भी सहयोग कर रहे थे ओर लाइट आते ही जो स्पार्क हुआ उसके कारण आग लगी और कर्मचारी गंभीर रूप से जला तथा राजेन्द्र और मुकेश कम जले गंभीर रूप से जले युवक की मृत्यु हो गई है आष्टा नगर में इन दिनों अवैध रूप से रोजाना 50 से 100 खाना पकाने की गैस की टंकियों को कुछ प्रमुख गुप्त स्थानों पर दुगने पैसे लेकर भरा जाता है तो ये लोग रोजाना गैस की टंकी कहां से लाते है इस सम्बंध में फुरसत ने जब खोजबीन की तो ज्ञात हुआ कि कई ऐसे गैस उपभोक्ता जिनके घरों में कई गैस की टंकिया है और उनके घरों में खपत कम है वे लोग उक्त टंकिया इन गैस भरने वालों को 50 रुपये में साइड बिजनेस करते है जबकि इन दिनों गैस की सप्लाय कम होने से तंगी चल रही है गैस कम्पनी उपभोक्ताओं को 15 से 20 दिन से सप्लाय कर रही है तो फिर वाहनों में गैस भरने वालों के पास गैस की टंकियां कहा से कैसे आ रही है जागो खाद्य विभाग जागो मौत के इस अवैध व्यापार को रोको एस.डी.ओ.पी. आष्टा एवं टी.आई आष्टा को इस मामले को देखना चाहिये की सही क्या है ?
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