Thursday, June 5, 2008
अखबारों में हो रहा महासंग्राम, बंडलो की चोरी और खबरों में हेराफेरी जारी
सीहोर 4 जून (नि.सं.)। चुनावी वर्ष में राष्ट्रीय अखबारों में हो रहे महासंग्राम और दाम गिराकर तरह-तरह की योजनाएं लाकर पाठकों के बीच संघर्ष कर रहे अखबारों की दास्तान तो सीहोर वाले भी देख ही रहे हैं लेकिन इन दिनों इन्ही अखबारों के बंडल चोरी होने जैसे कृत्य भी सामने आने लगे हैं। राष्ट्रीय अखबारों के बीच ऐसी प्रतिस्पर्धा उनकी वैचारिक स्थिति का खुलासा भी कर रही है। 2 जून को रात 3 बजे बस स्टेण्ड पर भोपाल से प्रकाशित होने वाले कुछ प्रमुख राष्ट्रीय अखबारों के हाकर ही नहीं बल्कि उनके संवाददाता और ब्यूरो प्रमुख तक बस स्टेण्ड पर पहुँच गये थे। पता चला कि कुछ अखबारों के बंडल यहाँ गायब हो चुके हैं और कुछ बंडल इधर उधर ले जाकर पटक दिये गये हैं। यह कारनामा चालू होते ही अखबार जगह में भी इसकी तीखी प्रतिक्रिया हुई । लेकिन यह घटना सिर्फ एक दिन में ही खत्म नहीं हुई बल्कि अब बस स्टेण्ड पर आये दिन तनाव की स्थिति बन जाती है। यहाँ सुबह से ही हॉकर व अन्य लोग सचेत हो जाते हैं।