Saturday, May 3, 2008

राष्टीय राजमार्ग पर लगता है हाट बाजार, जनता है परेशान

आष्टा 2 मई (नि.प्र.)। वर्षो पहले आष्टा नगर में एक सुव्यवस्थित हाट मंडी थी जो काफी बड़ी थी तथा प्रत्येक बुधवार को यहां पर हाट भराता था हाट में आष्टा नगर के एवं ग्राम ग्राम के हजारो नागरिक महिलाऐ आते एंव अपनी आवश्कता की वस्तुएं एक सप्ताह कि खरीद कर ले जाते थे ।
जिस स्थान पर हाट लगता था वहां पर नगर का नया बस स्टेण्ड प्र्रस्तावित हो जाने के बाद हाट को स्थानीय विश्राम घाट के सामने स्थानांतरण कर दिया गया । यू तो पहले भी उक्त हाट इंदौर भोपाल रोड पर ही लगता था और आज भी हाट इंदौर भोपाल रोड के सामने ही लगता है। लेकिन उस समय की अपेक्षा इस समय हाट में दुकानों की व अन्य व्यापार-व्यवसाय करने वालो की संख्या में काफी इजाफा हो गया । इस मान से वर्तमान हाट स्थल छोटा पड़ने लगा है । इसके साथ-साथ हाट के दिन सैकड़ो दुकाने इन्दोर-भोपाल रोड के दोनो ओर लगने से तथा इन दुकानों पर खरीदी करनपे आने वालो का विचरण रोड पर होने से हमेशा दुर्घटना का भय बना रहता है क्योंकि उक्त मार्ग से रोजाना सैकड़ो छोटे बड़े वाहन निकलते है । वर्तमान में हाट में दुकानो की एवं हाट में आने वालो की संख्या में हुई वृद्धि को देखते हुए अब आवश्यक लगने लगा है कि हाट के लिए और उचित जगह आस-पास खोजी जाये ताकि जो अव्यवस्था एवं दुर्घटना का भय हमेशा बना रहता है । उस भय से मुक्ति मिल सके।
उक्त हाट स्थल पर सब्जी, किराना, कपड़ा, पशु बाजार, मिर्ची बाजार, मनिहारी, गुड बाजार, अनाज दुकान, तरह तरह के हाथ ढेले, फुड बाजार आदि अनेको प्रकार की दुकाने लगती है । नगर पालिका इन दुकान दारो से तह बाजारी, पशु पंजीयन आदि शुल्क भी बसुलती है। लेकिन देखने में आया है कि नगर पालिका हाट में व्यवस्था उतनी अच्छी नही कर पाती है । जितनी उसे करना चाहिये। हाट के दिन रोड के दोनो और चुने की लाइन सीमांकन के लिए जरूर डाली जाती है । ताकि उस लाइन को व्यापारी पार करके रोड पर ना आये लेकिन फिर भी दुकान रोड पर लग जाती है । हाट के दिन पुलिस और यातायात पुलिस व्यवस्था के लिए लगाई जरूर जाती है । लेकिन वे व्यवस्था से ज्यादा अपना हाट करने की चिन्ता में ज्यादा लगे रहते है। स्थानीय एवं जिला प्रशासन को आष्टा में इंदौर -भोपाल रोड पर लगने वाले हाट में अच्छी व्यवस्थाओं एवं यहां के व्यापारियों को और अच्छी क्या सुविधा दे सकते है के बारे में सोचना चाहिये ।