जननी जन्मभूमिश्च स्वर्गादपि गरीयसी, जैसी धारणा रखने वाले भारत वर्ष का हर भारतीय नागरिक चाहे कहीं भी हो लेकिन अपने दिल में अपनी मातृभूमि के प्रति अगाध प्रेम और आदर रखता है। यही कारण है कि देखने में आता है कि एक शहर के लोग यदि कहीं कभी बाहर किसी नगर में मिल जाते हैं तो एक-दूसरे को दूर से ही पहचानकर आपस में मिलते हैं, बातचीत करते हैं और प्रसन्न भी होते हैं। अपनी मातृभूमि से दूर रहकर बाहर के नगरों में रहने वालों को हमेशा अपने नगर की याद आना स्वभाविक है। ऐसे में अब उन सभी जिले के नागरिकों के लिये फुरसत ने एक नई पहल करते हुए इंटरनेट पर सीहोर के हर दिन के ताजा घटनाक्रम को प्रकाशित करने का बीड़ा उठाया है ताकि सीहोर से बाहर रहने वाले भी सीहोर से हर दिन जुड़े रहें....। फुरसत के इस प्रयास से लगातार लाभांन्वित होने वाले लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है। साथ ही फुरसत को इसके लिये धन्यवाद पत्र भी प्राप्त हो रहे हैं। विशेषकर वह लोग यादा खुश हैं जो देश से बाहर जाकर रहने लगे हैं।
इसी क्रम में सीहोर के बेटी और श्री अजय व्यास महाराज टेलर बड़ा बाजार की बड़ी पुत्री कीमति व्यास की खुशी भी शामिल है। कीमति इन दिनों आस्ट्रेलिया में रह रही है और अपनी होनहारी के दम पर वहाँ बेस्ट पैक बैंक आस्ट्रेलिया में कार्य करती हैं। कीमति लम्बे समय से आस्ट्रेलिया में ही हैं इस दौरान उन्हे जब कभी अपने घर-परिवार और सीहोर की याद आती है तो वह इंटरनेट के सहारे ही बातचीत करती हैं। गत दिवस जब कीमति को उनके भाई रुपन व्यास ने बताया कि अब सीहोर की सारी खबरें फुरसत की बेवसाईट पर पढ़ लिया करो तो कीमति ने तत्काल फुरसत के ब्लाग को पढ़ा। कीमति ने इस संबंध में फुरसत को बताया कि इससे तो ऐसा लगने लगा है कि मैं जैसे ही अपने ही नगर में हूँ हर दिन सुबह से अपने नगर का अखबार पढ़ती हूँ, तो लगता है जैसे ही सीहोर से जुड़ गई हूँ।
कीमति व्यास के साथ ही उनके भाई समीर व्यास भी कुछ वर्षों से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद यहाँ काम कर रहे हैं। समीर श्री अजय व्यास महाराज टेलर के छोटे पुत्र हैं। समीर आस्ट्रेलिया में ही ब्ल्यू स्कोप स्टील कम्पनी में काम करते हैं। समीर का कहना है कि फुरसत की इस पहल ने हमें अपने नगर के करीब कर दिया है। जब मैं सीहोर में था तब भी फुरसत नियमित पढता था लेकिन अब चूंकि दूर हूं तो निश्चित ही सीहोर के प्रति और लगाव बढ़ गया है ऐसे में तो फुरसत ने मेरी भारी मदद की है। उन्होने फुरसत की बेवसाईट चिट्ठे पर कुछ खबरें पढ़कर अपने मित्रों से भी बातचीत की। पानी की समस्या को पढ़कर भी समीर ने कुछ दुख व्यक्त किया है।
इन दिनों सीहोर ग्राम पचामा के लखन सिंह मकवाना पुत्र श्री बाबुलाल मकवाना देवास में रहकर कुछ काम कर रहे हैं। लखन म.प्र.ग्रामीण आजीविका परियोजनाधार में आदिवासियों की आजीविका को निरंतर बढ़ाने के लिये एक दल के साथ काम कर रहे हैं और निरन्तर अपने कार्यालय में व्यस्त रहते हैं। इस दौरान जब कभी वह इंटरनेट पर बैठते हैं तो अपने सीहोर के मित्रों से भी बातचीत कर लिया करते हैं। लखन को जब से पता चला है कि सीहोर के दैनिक अखबार फुरसत का चिट्ठा अब इंटरनेट पर उपलब्ध है जहाँ हर दिन के ताजा समाचार मिल जाते हैं तो लखन मकवाना ने इस संबंध में फुरसत को लिखा है कि यह बहुत अच्छा काम आपने किया है। इसके लिये आप बधाई के पात्र हैं, यह कार्य आप निरन्तर करते रहियेगा ताकि हम जैसे सीहोर के लोगों को अपने नगर की नियमित जानकारी मिल सके।
नगर के प्रसिध्द कर्म-चारी नेता और राष्ट्रपति पुरुस्कार से सम्मानित शिक्षक संतोष शर्मा गंज सुभाष स्कूल के पास के पुत्र शैलेन्द्र शर्मा इन दिनों मुम्बई में है। शैलेन्द्र ने फुरसत के बेवसाईट देखकर खुशी जाहिर की है। शैलेन्द्र अभी मुम्बई में पीजी. एमबीए एनआईटीआईई कालेज मुम्बई से किया है। शैलेन्द्र मुम्बई में ही एशियन पेंट कम्पनी में काम कर रहे हैं। शैलेन्द्र ने फुरसत को ईपत्र लिखा है कि फुरसत का यह प्रयास सराहनीय है, इस तरह हम सीहोर के और करीब हो गये हैं फुरसत के प्रयास को बहुत बहुत बधाई दी है। फुरसत भी शैलेन्द्र की उन्नति की कामना करता है।
सीहोर के वरिष्ठ कांग्रेस नेता, साहित्यकार, फुरसत परिवार के अग्रज श्री नारायण कासट जो इन दिनों अपनी बीमारी के कारण घर पर ही रहकर आराम कर रहे हैं, ने फुरसत को कोटिश: बधाई देते हुए कहा है कि फुरसत का यह पौधा निश्चित रुप से अब एक बड़े पेड़ के रुप में मुझे नजर आ रहा है जिसके स्वादिष्ट फल अब न सिर्फ सीहोर में ही बल्कि पूरे विश्व में चखे जा सकते हैं। उन्होने फुरसत परिवार के इस अंतराष्ट्रीय संस्करण के लिये बधाई दी।
नगर के वरिष्ठ चिकित्सक रहे डॉ. एल. एन. साहू के घर से ताईजी श्रीमति सुमित्रा साहू ने भी फुरसत को दूरभाष करके इंटरनेट संस्करण के लिये बधाई देते हुए खूब आशीर्वाद दिया कि फुरसत खूब फले बढ़े फूले और तरक्की करे। श्रीमति साहू ने फुरसत परिवार को बधाई दी है।
प्रसिध्द दंत चिकि-त्सक डॉ. अनिल शर्मा के होनहार पुत्र अभिषेक शर्मा जो इन दिनों बी. बी. एस. के अंतिम सत्र की पढ़ाई चैन्नई में रहकर कर रहे हैं वह दंत चिकित्सा महाविद्यालय में अध्ययनरत हैं। अभिषेक शर्मा को जब फुरसत की बेवसाईट की जानकारी मिली तो उन्होने फुरसत को पत्र लिखकर शुभकामनाएं देते हुए कहा है कि यह एक महान कार्य है, मैं बहुत खुश हूं कि इतनी दूर रहकर मेरे अपने नगर का अखबार में अपने कम्प्यूटर पर पढ़ पा रहा हूँ और हर दिन नई खबरें मुझे मिल रही हैं। फुरसत के अच्छे भविष्य की अभिषेक ने कामना की है। फुरसत परिवार भी अभिषेक शर्मा के उजवल भविष्य की कामना करता है।
देश भर में नगर की कीर्ति पताका फहरा रहे युवा कथा वाचक पं. प्रदीप जी मिश्रा ने भी फुरसत को एक पत्र लिखकर कहा है कि आज ही मैं इन्दौर से भागवत कथा कर लौटा हूं, अत्यंत हर्षिक कर देने वाला समाचार विदित हुआ कि अपना फुरसत अब इन्टरनेट पर ताजा तरीन समाचारों के साथ हर समय विश्व के हर कोने पर उपलब्ध होगा। मैं प्राय: नगर से बाहर के शहरों, प्रांतों की यात्रा पर रहता हूँ जहाँ मुझे अपने शहर व जिले की पूरी जानकारी फुरसत के चिट्ठे पर अब मिल जाया करेगी। मैं फुरसत की इस अद्वितीय उपलब्धि पर बधाई देता हूँ तथा सीहोर को इंटरनेट पर भी ख्याति दिलाने के लिये पूरे फुरसत परिवार को हृदय से आत्मीय शुभकामनाएं प्रेषित करता हूँ
अमेरिका में रह रहे चिराग पटेल पिता श्री जयदीप पटेल मण्डी निवासी इन दिनों फ्लोरिडा यूएसए में हैं और वहाँ विद्यार्थी के रुप में अध्ययनरत् हैं साथ ही निजी काम भी करते हैं। चिराग को जब फुरसत के बेवसाईट की जानकारी मिली तो उन्होने इस पर खुशी जाहिर की। चिराग ने सीहोर दूरभाष लगाकर इसके लिये बधाई दी। चिराग ने कहा कि इस चिट्ठे पर अच्छी खबरें भी हैं और अब मैं नियमित रुप से इसे पढ़ता रहूंगा। इससे मैं सीधे सीहोर से जुड़ गया हूँ हर दिन की खबरें मिल रही हैं।