सीहोर 11 फरवरी (फुरसत)। प्रदेश की प्रत्येक बेटी मेरी है और बेटियों को खुशहाल बनाने कार् कत्तव्य मेरा है। यह जिम्मेदारी भरा कहना है प्रदेश के मुख्य मंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान का जो आज बसन्त पंचमी के पावन पर्व पर सीहोर में आयोजित मुख्य मंत्री कन्यादान योजना के तहत् हो रहे सामूहिक विवाह सम्मेलन में नव विवाहित दम्पत्तियों को आशीर्वाद प्रदान करने यहां आए थे।
मुख्य मंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान जब विवाह स्थल पर पहुंचे तो उनके चेहरे के भावों को साफ पढा जा सकता था। एक पिता की जिम्मेदारी उनके स्वभाव में गहरे तक देखी और पढी जा सकती थी। जब वे बोलने ख़डे हुए तो शब्दों से यह अहसास झलक गया कि एक पिता अपनी बेटियों के सपनों को पूरा करने के लिए कितना चिन्तित रहता है। मुख्यमंत्री ने नव विवाहित दम्पत्तियों को आशीर्वाद देते हुए उनके सुखी और समृध्द जीवन की कामना की । बेटी दामादों के ताउम्र सुखी रहने की कामना करते हुए उन्होने कहा कि ईश्वर करे इनके पैरों में कभी कोई कांटा न लगे। बेटे बेटियों के जीवन में आने वाली हर अला-बला मुझे लगे पर बच्चों का जीवन सुखी बना रहे। ये बात एक पिता के हृदय की गहराईयों से आ रही थी । उन्होने कहा कि मैंने इस बात को नजदीक से देखा है जहां बेटी का जन्म लेना एक मुसीबत के रूप में देखा जाता था। गरीब परिवार की बेवसी तब और बढ जाया करती थी जब बेटी का विवाह करना हो।
बेटी के विवाह के लिए कर्ज लेना मजबूरी और फिर उसी कर्ज को पटाने में बाप का पूरा जीवन खप जाया करता था। मुख्यमंत्री ने बढी दृढता और संकल्प से कहा कि इस मिथक को तोड़ दिया जाएगा और अब यह टूट भी रहा है। उन्होने बताया कि लाडली लक्ष्मी योजना में संशोध्न किया जा रहा है अब पहली ही बेटी लाडली लक्ष्मी होगी।
सरकार ने बेटियों को पढाने लिखाने की जिम्मेदारी उठाई है। विवाह की उम्र होने पर सरकार उसका विवाह भी कराएगी और जब वह ससुराल पहुंचेगी तो एक लाख अठारह हजार की राशि उसके पास होगी जो उसे पारिवरिक जिम्मेदारी उठाने में मददगार साबित होगी और पिता के घर की लाडली लक्ष्मी ससुराल में लाडली बहू बनेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश में आज हजारों बेटियों का कन्यादान होते देख सुखद अनुभूति होती है। वर्षों पूर्व संजोया सपना साकार हुआ है। गरीब परिवार में कन्या विवाह की बेवसी एक टीस बनकर मन को हमेशा सालती रहती थी और मुख्य मंत्री बनने के बाद मैंने यह निर्णय लिया कि बेटी बोझ नहीं वरदान बनेगी। गरीब बेटियों का ब्याह सरकार करेगी।
मुख्य मंत्री श्री चौहान ने कहा कि सरकार ने मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में बी.पी.एल. और ए.पी.एल. के बंधन को समाप्त कर दिया है। अब प्रत्येक परिवार की बेटी का कन्यादान सरकार करेगी क्याेंकि बेटियां तो बेटियां होती हैं।
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना में शामिल मुस्लिम वर्ग के पांच जोड़ों के निकाह को देखकर मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि एक ही पांडाल में हिन्दु और मुस्लिम वर्ग की कन्याओं का विवाह आपसी सद्भाव की अनूठी मिसाल है। सरकार की कन्यादान योजना से ही आज प्रदेश में गंगा - जमुनी तहजीव दिखाई पड रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार बेटियों को वरदान बनाकर ही दम लेगी। उन्होने लाडली लक्ष्मी योजना का जि करते हुए कहा कि सरकार की इस योजना में अब जन्म लेने वाली प्रत्येक बेटी को योजना का लाभ दिलाया जायगा। उन्होने जननी सुरक्षा योजना, जननी एक्सप्रेस, मुख्यमंत्री मजदूर सुरक्षा योजना सहित सरकार की अन्य योजनाओ का उगेख अपने उदबोधन में किया।
मुख्यमंत्री ने अपने स्वागत के आग्रह को विनम्रता पूर्वक टलते हुए कहा कि आज मैं मेहमान कैसे हो सकता हूं ? आज तो मैं मेजबान हूं। यहां मौजूद हर व्यक्ति मेरा मेहमान है और मैं उनका स्वागत करता हूं। कार्यक्रम को विधायक सक्सेना ने भी संबोधित किया।
बाद में मुख्यमंत्री सीहोर में आवासीय खेलकूद परिसर में मालवीय स्वर्णकार समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह में पहुंचकर नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री ने टाउन हाल पहुंचकर दामोदर समाज और मंडी प्रांगण में राठौर समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यम में शामिल होकर नव दम्पत्तियों को अपना आशीर्वाद दिया। उन्होने राठौर समाज की एक पत्रिका का भी विमोचन किया।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के तहत आज जिले में 626 जोड़े दाम्पत्य सूत्र में बंधे। इनमें सीहोर में 183, आष्टा में 232 और इछावर में 211 वर-वधुओं का सामूहिक विवाह सम्पन्न हुआ। आज यहाँ कार्यक्रम स्थल पर वर-वधु के परिजनों के लिये चाय की विशेष व्यवस्था बजरंग दल के कार्यकर्ताओं द्वारा की गई थी। sehore fursat