सीहोर 11 फरवरी (फुरसत)। शहर के साहित्यकारों और बुध्दिजीवियों ने बसंत पंचमी के अवसर पर शिवना प्रकाशन के आयोजन में ज्ञान की देवी माँ सरस्वती का पूजन अर्चन किया साथ ही निराला जयंती के अवसर पर महाप्राण निराला को भी याद किया गया।
शहर के अग्रणी साहित्य प्रकाशन शिवना द्वारा हिन्दी प्राध्यापक डॉ.श्रीमति पुष्पा दुबे की अध्यक्षता में बसंत पंचमी का आयोजन किया गया । इस अवसर पर पंडित शैलेष तिवारी ने वैदिक पध्दति से ज्ञान की अधिष्ठात्री देवी माँ सरस्वती का पूजन विधि-विधान से सम्पन्न करवाया। सभी उपस्थित जनों ने पीले पुष्प तथा गुलाल अबीर चढ़ा कर माँ सरस्वती का पूजन किया। गीतकार श्री रमेश हठीला ने माँ सरस्वती की वंदना जयती जय हो वाणी जयती वीणा पाणी का सुमधुर कंठ से सस्वर पाठ यिका। युवा कवि जोरावर सिंह ने वसंत के आगमन पर गीत का पाठ किया। युवा कवि पंकज सुबीर ने महाप्राण निराला रचित सरस्वती वंदना का पाठ किया। डॉ. पुष्पा दुबे ने अपने संबोधन में महाप्राण निराला के व्यक्तित्व और कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस अवसर पर वरिष्ठ शायर डॉ. कैलाश गुरु स्वामी, वरिष्ठ गीतकार हरिओम शर्मा दाऊ, लेखन संघ के अध्यक्ष सुभाष जोशी, डॉ राजेश श्रीवास्तव शम्बर, सृजन के संयोजक बृजेश शर्मा, पत्रकार चन्द्रकांत दासवानी, पत्रकार आनन्द गाँधी, जोरावर सिंह, राजेन्द्र शर्मा बब्बल, सुशांत समाधिया बिल्लु, सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, सनी गोस्वामी, सुधीर मालवीय, विजेन्द्र परिहार, लखन गौर, अनिल गौर आदि प्रमुख रुप से उपस्थित थे। sehore fursat