Wednesday, February 13, 2008

वधु को लेकर जा रही गाड़ी खड़े ट्रक से टकराई 22 घायल, एम्बुलेंस के अभाव में मरीज तड़पते रहे

आष्टा 11 फरवरी (फुरसत)। आज प्रात: आष्टा नगर के एक परिवार में शादी की खुशी का माहौल दुख में उस वक्त बदल गया जब बेटी का सामुहिक सम्मेलन में विवाह करने जा रहे चन्द्र प्रकाश गौतम की गाड़ी जिसमें परिजन दुल्हन सभी बैठे थे। एक खड़े ट्रक में टकरा गई। उक्त दुर्घटना में लगभग 22 सदस्य घायल हो गई जिसमें से 8 को भोपाल 2 को इन्दौर 1 को सीहोर 6 को आष्टा के प्रायवेट सिध्दार्थ अस्पताल एवं अन्य को आष्टा सिविल अस्पताल में इलाज हेतु भेजा गया। उक्त घटना सुबह 5.30 बजे आष्टा-इन्दौर रोड पर आष्टा के पास रुपेटा जोड़ पर घटी। आज एक बार फिर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण आष्टा की एम्बुलेंस सीहोर जिला चिकित्सालय भेज देने के कारण उजागर हुई क्योंकि एम्बुलेंस के अभाव में मरीज तडपते रहे एक एम्बुलेंस थी जिसे भोपाल भेज दिया गया था। बाद में नगर के प्रायवेट वाहनों से मरीजों को सीहोर इन्दौर भेजा गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार नगर के गंज क्षेत्र में रहने वाले चन्द्र प्रकाश गौतम की पुत्री चेतना का आज शुभ विवाह समाज के सामुहिक विवाह समारोह में सम्पन्न होना था। शादी में जाने के लिये परिजन एवं रिश्तेदार एक बड़ी गाड़ी में इन्दौर के लिये सुबह लगभग 5 बजे आष्टा से रवाना हुए । उक्त वाहन रुपेटा जोड़ तक पहुँचा और रोड पर एक खड़े ट्रक क्रमांक एम.पी.15जी.0525 से टकरा गई। पुलिस के अनुसार उक्त ट्रक का गुल्ला टूट गया था इसलिये खड़ा था। घटना की सूचना मिलते ही सबसे पहले नगर के युवा पत्रकार नरेन्द्र गंगवाल जो बस स्टेण्ड पर थे अस्पताल पहुँचे और यहाँ खड़ी एक मात्र एम्बुलेंस लेकर धरना स्थल पहुँचे ।
उधर से आष्टा नगर पालिका की फायर ब्रिगेड आ रही थी उसे रुकवाया और दोनो वाहनों में सभी 20-22 घायलों को आष्टा अस्पताल लाया गया घटना की सूचना मिलते ही अस्पताल के सभी डाक्टरा बिना देर किये अस्पताल पहुँचे और घायलों के इलाज में जुट गये इतना ही नहीं घायलों की अधिक संख्या को देख सूचना मिलते ही अस्पताल पहुँचे पार्षद रवि सोनी भाजपा नगर अध्यक्ष संतोष झंवर नगर के प्रायवेट चिकित्सक डॉ. मुकेश इन्दौरिया, डॉ यादव, डॉ.ओ.पी. पिपलोदिया आदि को भी अस्पताल ले आये सभी डाक्टरों ने मिलकर मरीजों का प्राथमिक उपचार किया और उन्हे उच्च इलाज के लिये इन्दौर-भोपाल-सीहोर आदि स्थानों पर भेजा।
एक एम्बुलेंस को सिविल अस्पताल आष्टा ने जिला चिकित्सालय क्याें भेजा जब इसके बारे में सी.एम.ओ. डाक्टर रामचन्द्र गुप्ता से नाराज लोगों ने पूछा तो पहले तो वे छुपाते रहे बाद में बताया कि सीएमओ सीहोर ने उक्त एम्बुलेंस को आष्टा से सीहोर बुला लिया है। उनके निर्देश पर सीहोर भेजी है जब उक्त एम्बुलेंस जिले से आष्टा को भेजी गई थी तो उसे वापस क्यों बुलाई इस संबंध में सीएमओ का कहना है कि उक्त एम्बुलेंस सीहोर रेडक्रास से खरीदी गई है। उसकी किस्त यहाँ से जमा की जाती है। इसलिये यहाँ बुलवा ली है। अगर आष्टा से किस्त जमा करे तो वहाँ भेज देंगे। सीएमओ को उक्त जबाव बड़ा ही हास्यास्पद लगा क्या रेडक्रास केवल सीहोर नगर के लिये ही है।
आष्टा रेडक्रास के कार्य क्षेत्र में नहीं आता है अगर ऐसा है तो रेडक्रास के नाम से समय-समय पर आष्टा से विभिन्न माध्यमों से राशि एकत्रित कर क्यों ली जाती है। आज एम्बुलेंस के अभाव में मरीज काफी देर तक ठंड से तड़पते रहे बाद में जैसे-तैसे कुछ प्रायवेट वाहनों को लाया गया और मरीजों को उच्च इलाज के लिये बाहर भेजा गया। जब नाराज नागरिकों ने बी.एम.ओ. रामचन्द्र गुप्ता से एम्बुलेंस को सीहोर भेजने पर नाराजी व्यक्त की। नागरिकों का कहना था कि आष्टा जैसे महत्वपूर्ण सिविल अस्पताल से उक्त एम्बुलेंस को जिसकी आवश्यकता आष्टा को है सीहोर क्यों भेजी गई है।
आष्टा पुलिस के अनुसार उक्त दुर्घटना में राजेश, पार्वती, विजय, विनोद, कमलेश, सुनीता, निर्मला, चालक रमेश (सभी को भोपाल भेजा), दिनेश दीपक (इन्दौर भेजा), ममता को सीहोर, चिंकी, पुष्पकर, कुणाल, चेतना (दुल्हन), रेखा, परख (आष्टा में सिध्दार्थ हास्पिटल भेजा), आयुष, लाली, उर्वशी, आशा चन्द्र प्रकाश (आष्टा अस्पताल में), आदि घायल हुए। जिस वाहन में वधु पक्ष के लोग जा रहे थे। उसका नम्बर एम.पी.09 जी.2030 बताया गया है। घटना की सूचना मिलते ही अनेकों समाजसेवी अस्पताल पहुँचे और व्यवस्था में सहयोग किया। sehore fursat