Thursday, January 3, 2008

पलक झपकते ही बना रही थी रांगोली गीताजी

सीहोर 1 जनवरी (फुरसत)। संस्कार भारती के तत्वाधान में ब्ल्यू बर्ड स्कूल के विद्यार्थियों ने रंगोली बनाने की कला सीखी महाराष्ट्र से आई कलाकार, शिक्षक श्रीमति गीता मोहनराव तोले ने इन विद्यार्थियों को रंगोली बनाने के गुर सिखाए। इस अवसर पर शहर के कलाकारों ने भी उनसे मुलाकात कर प्रशिक्षण लिया।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभांरभ रंगोली प्रशिक्षक श्रीमति गीता मोहन राव तोले, संस्कार भारती अध्यक्ष मुकेश सक्सेना, शिक्षक हरिओम शर्मा दाऊ ने मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एंव दीप प्रज्जवलित कर किया। मां सरस्वती वंदना आयुषी ठकराल, राष्ट्र वंदना शिरोनी पालीवाल, जया मेवाड़ा, द्वारा प्रस्तुत की गई अतिथियों का स्वागत सरिता विश्वकर्मा ने किया।
संस्कार भारती गीत की प्रस्तुति मुकेश सक्सेना, हरिओम शर्मा, नंदकिशोर संधानी, सहित संस्कार भारती सदस्यों ने दी। जलगांव से पधारी रंगोली प्रशिक्षक श्रीमति गीता मोहन राव तोले ने रंगोली के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कक्षा चार से कक्षा सात के विद्यार्थियों को रंगोली बनाना सिखाई।
इस अवसर पर शहर के अन्य लोग व कलाकार गण भी उपस्थित थे। इन सभी को स्ट्राकर, कोम, फ्रीहेन्ड, बांधनी, सुपड़ी, पोस्टर रंगोली बनाना सिखाई गई। सभी उपस्थित जन उनकी कला से अभिभूत नजर आये। ब्ल्यू बर्ड स्कूल के चेयरमेन बंसत दासवानी ने स्कूल की ओर से उन्हें समृति चिन्ह भेंट करते हुए उनके प्रति आभार प्रकट किया।