आष्टा 25 नवम्बर (नि.प्र.)। श्री मेढ़ क्षत्रिय स्वर्णकार समाज की एक महत्वपूर्ण बैठक में समाज के पूर्व अध्यक्ष रवि सोनी पाष्रद पर जिला प्रशासन द्वारा की गई जिलाबदर की कार्यवाही के विरोध स्वरूप काफी रोष समाज बंधुओं द्वारा प्रकट किया गया और दमदारी से इस मांग को उठाया गया कि एक समाज सेवी पर इस प्रकार की कार्यवाही को तुरंत वापय लिया जाना चाहिए।
प्रशासन द्वारा की गई कार्यवाही को न्यायोचित नप बताते हुए आगामी समय में आंदोलन की चेतावनी भी दी गई। बैठक में समाज के कुछ सदस्यों द्वारा इस प्रकरण पर आगामी विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का भी सुझाव दिया गया परन्तु समाज की बैठक में इस निर्णय पर सर्वसम्मति नहीं दी गई। उक्त जानकारी समाज अध्यक्ष रामेश्वर सोनी एवं महामंत्री मनोज सोनी काका द्वारा सयुक्त रूप से दी गई है।
कई रैलियों को रोका जिलाधीश ने
सीहोर 25 नवम्बर (नि.सं.)। आज जिला प्रशासन की उपस्थिति में जहाँ बड़ी संख्या में पुलिस दल से भरे वाहन नगर भर में घूमे वहीं जिलाधीश द्वारा आज भाजपा व जनशक्ति के चल रहे प्रचार को भी रुकवाया गया।
जब आयोग के वाहनों का काफिला भोपाल फाटक की तरफ से जा रहा था तब यहीं जनशक्ति के अनेक कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जा रहे थे। अचानक जिलाधीश ने वाहन रुकवाया, हार्न दिया फिर उतरकर सन्नी को बुलवाया। उनसे कहा कि आपको स्वीकृति नहीं है, इतने लोगों को लेकर कैसे घूम रहे हैं दो-तीन लोग ही प्रचार करने जाईये। सबको यहाँ हटवा दिया गया। सारे लोग स्तब्ध रह गये।
ठीक ऐसा ही घटनाक्रम लुनिया चौराहे पर हुआ जब यहाँ भाजपा प्रत्याशी को तौला जा रहा था और बड़ी संख्या में भीड़ उपस्थित थी। यहाँ से निकलते हुए वाहन के काफिला अचानक रुका और एक पार्षद को देखकर पुलिस से उस पर जारी वारंट की तामिली के प्रयास किये साथ ही कुछ अन्य धाराएं लगाने की बात हुई तो खुद विधायक श्री सक्सेना ने बात कही कि यह हमारी पार्टी का प्रमुख कार्यकर्ता है हमारा निवेदन है कि चुनाव को दो दिन शेष है उसके बाद जो कार्यवाही करना कीजिये। इस पर पार्षद को कोतवाली ले जाया गया फिर बाद में छोड़ दिया गया।
इसके बाद स्वदेश नगर में जब जसपाल अरोरा की उपस्थिति में सक्सेना का जनसम्पर्क चल रहा था तब भी जिला प्रशासन का काफिला पहुँचा और कलेक्टर ने दोनो प्रमुखों को बुलवाया और कहा कि आपको जब स्वीकृति नहीं है तो आप यहाँ कैसे जनसम्पर्क कर रहे हैं।
यदि करना ही है तो फिर दो-तीन लोग मात्र जाईये, भीड़ हटाईये। इसके बाद यहाँ से भी भीड़ हटा दी गई।
राजब्बर नहीं आये उत्साही कांग्रेसी मायूस हुए
आष्टा 25 नवम्बर (नि.प्र.)। आज चारबत्ती चौक पर कांग्रेस प्रत्याशी गोपालसिंह इंजीनियर के समर्थन में एक आमसभा को सम्बोधित करने के लिए फिल्म स्टार कांग्रेस के नेता राजब्बर आने वाले थे घंटो उनका इंतजार कांग्रेस के नेता एवं जनता करती रही लेकिन वे नहीं आये।
उनके इंतजार में सभा को कांग्रेस नेता कैलाश परमार, गोपालसिंह इंजीनियर, रतनसिंह ठाकुर, राजमल सेठी, लक्ष्मी नारायण वर्मा, शिवनारायण पटेल, ओंकारसिंह ठाकुर, भैया मिया, सोभालसिंह भाटी, फूलसिंह मालवीय, प्रहलादसिंह, दशरथसिंह राजपूत, गगन पटेल, गुलाब बाई ठाकुर, अजीज अंसारी, घनश्याम जांगड़ा, पप्पू मेहतवाड़ा, दिलीप शर्मा, जितेन्द्र शोभाखेड़ी, महेन्द्रसिंह, जितेन्द्र शास्त्री, रविन्द्र गुप्ता आदि ने सम्बोधित किया इसी बीच जब खबर आई की राज बब्बर नहीं आ रहे है तो जिला कांग्रेस अध्यक्ष कैलाश परमार ने कहा कि हेलिकाफ्टर में तकनीकी खराबी आ जाने के कारण राजब्बर हमारे बीच में उपस्थित नहीं हो पाये है राजब्बर के नहीं आने की सूचना के बाद उपस्थित जनता निरास लौट गई वहीं कांग्रेस के नेता भी धीरे-धीरे चलते बने।
मारपीट कर जान से मारने की धमकी
आष्टा 25 नवम्बर (नि.सं.)। आष्टा थाना अन्तर्गत ग्राम मोलूखेड़ी में ग्राम के ही एक व्यक्ति ने घर के सामने रहने वाले व्यक्ति को रोककर गंदी-गंदी गालियाँ दी तथा जान से मारने की धमकी दी।
पुलिस सूत्रों के अनुसार जटाल सिंह पुत्र राम प्रसाद मेवाड़ा ने शिकायत दर्ज कराई कि उसके घर के सामने रहने वाले आरोपी लालजी राम आत्मज खुशीलाल मेवाड़ा ने रोककर गंदी-गंदी गालियाँ देकर मारपीट की तथा जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने प्रकरण दर्ज किया।
एक विद्युत मोटर सहित 4 मवेशी चोरी
आष्टा 25 नवम्बर (नि.सं.)। ग्राम पदमसी में एक ग्रामीण के कुएं वाले खेत के ग्वाड़े से अज्ञात चोर एक विद्युत मोटर, डोरी व चार मवेशी चुराकर ले गये। पुलिस ने ग्रामीण की शिकायत पर चोरी का प्रकरण दर्ज किया।
पुलिस सूत्रों के अनुसार पदमसी निवासी मोहन सिंह आत्मज नरबत सिंह मेवाड़ा के कुएं वाले खेत पर से रात्रि 10 से 12 बजे के बीच अज्ञात चोर दो भैंस, दो पाड़ी, एक विद्युत मोटर तथा एक हजार फिट विद्युत डोरी कुल कीमति चालीस हजार रुपये की चुराकर ले गये।
मोहन सिंह अपने खेत पर से रात्रि 10 बजे घर गया और 12 बजे दो घंटे बाद ही पानी फेरने के लिये खेत पर आया तो न तो मोटर थी कुएं पर और समीप के ग्वाड़े से भैंस और दोनो वाड़ियाँ भी नदारत थीं। किसी वाहन से ही चोर मवेशियों को और मोटर को संभवत: ले गये हैं।