एक तरफ आपको 16 वर्ष की कमशिन हसीना अपने मादक जल्वों से रिझायेगी, अपनी और आकर्षित करेगी, आपका ध्यान खिचेंगी, आपको मदमस्त करने का प्रयास करेगी, आपका ध्यान भंग करेगी, आपको अपनी और देखने के लिये किसी भी आकर्षक अदा में नजर आयेगी और दूसरी और जैसे ही आप उसे देखेंगे तो 16 वे वर्ष की कमसिन हसीना के साथ 52 वे वर्ष का कमाल भी आपको नजर आ जायेगा।
संभवत: इसी विचार के कारण सीहोर के कुछ उत्साही लाल हर बार इन कमसिन हसीनाओं के साथ देश-प्रदेश के विख्यात राजनीतिज्ञों के बड़े-बड़े होर्डिंग लगा दिया करते हैं। 16 वर्ष की यह कमसिन हसीनाएं कई आकर्षक मुद्राओं में फोटों के माध्यम से अपने ऐसे जलवे बिखेरती हैं कि सहज ही इनकी और ध्यान चला जाता है और संभवत: इसी का लाभ उठाकर राजनेताओं के समर्थक हसीनाओं के साथ राजनेताओं को भी चस्पा कर देते हैं।
चर्चित होने के लिये लोग तरह-तरह के उपाय खोजा करते हैं, संभवत: इसी में एक माध्यम सीहोर में खोजा गया है। हर बार किसी न किसी राजनेता का फोटो यहाँ फिल्मी पोस्टरों के बीच सीहोर टाकीज चौराहे पर लगा दिया जाता है।
अब यह समझ नहीं आता कि वह यहाँ क्यों लगाया गया है क्या इसलिये कि लोग नेताजी का पोस्टर देखेंगे तो उसे भी देख लेंगे या उसे देखेंगे तो नेताजी को भी देख लेंगे।
जो भी हो, कौन किसके सहारे लोकप्रिय होना चाहता है....कौन किसका सहारा ले रहा है....किसके कारण किसके हाउस फु ल हो जायेंगे....यह बात तो समझ से परे है लेकिन इतना अवश्य है कि सीहोर टाकीज चौराहा पर प्रदेश के गौरव, प्रदेश की शान मुख्यमंत्री का फोटो केवल वयस्कों के लिये दिखाई जाने वाली फिल्म के आकर्षक कमसिन हसीनाओं के उत्तेजित करने वाले फोटों के साथ लगा हुआ है। जिसमें पिछले 52 साल में जो ना हुआ वो वर्तमान शासन ने कर दिखाया यह दर्शाया गया है।