Thursday, May 15, 2008

जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की रिकार्ड खरीदी अधिकारियों ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया

सीहोर 14 मई (नि.सं.)। जिले में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद का कार्य जारी है। जिले में अभी तक 6लाख 19 हजार 88 क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है । जिसका मूल्य 69 करोड़ 34 लाख है । जिलाधीश श्रीसिंह निर्देश पर अधिकारियों के एक दल द्वारा नसरूल्लागंज मंडी में व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया गया ।
उप पंजीयन सहकारी समितियां अशोक शुक्ला, सहायक संचालक मत्स्य भरत मेहरा और जिला केन्द्रीय सहकारी बैंक प्रबंधक व्ही.एस.परिहार, द्वारा संयुक्त रूप से 12 मई,08 को किए गए नस.गंज. मेंडी के निरीक्षण में पाया गया कि उक्त दिनांक को 6217 क्ंविटल गेहूं की समर्थन मूल्य पर खरीदी की गई जिसका पूर्ण भुगतान संबंधित कृषकों को नगद रूप से कर दिया गया । किसानों द्वारा नागरिक आपूर्ति निगम से खरीदी की कोई राशि अभी तक प्राप्त नही की गई है । कृषकों को भुगतान स्वयं के फंड से किया गया हैं। निरीक्षण में यह भी पाया गया कि मनीष ट्रेनिंग कंपनी द्वारा अभी तक 29 हजार 636 क्विंटल गेंहू खरीदा गया है जिसका संपूर्ण भुगतान कृषकों को कर दिया गया है। भारतीय खाद्य निगम की और से विनय ट्रेडर्स द्वारा 30 हजार 39 क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई और पूरी राशि का कृषकों को भुगतान किया गया । विपणन समिति द्वारा कुल 37 हजार 169 क्विंटल गेहूं खरीदी कर कृषकों को 3 करोड़ 19 लाख 29 हजार 700 रुपये का भुगतान किया गया। नस.गंज. की 5 सेवा सहकारी संस्थाओं बोरदीकलां, चीच, डिमावर, राला और सतराना द्वारा 17 हजार 605 क्विंटल गेहूं की खरीदी की गई है । नस.गंज. मडी के रिकार्ड के मुताबिक मंडी परिसर में लायसेंसी व्यापारियों द्वारा 1100 से 1110 रुपये प्रति क्विंटल की दर से गेहूं क्रय किया गया है ।
गेहूं खरीदी का रिकार्ड
जिले में समर्थन मूल्य पर गेंहू की अब तक की रिकार्ड खरीदी की गई है । उप पंजीयन अशोक शुक्ला ने बताया कि पिछले 5 वर्षो में वर्ष 2005 में सर्वाधिक 2 लाख 70 हजार क्विंटल गेहूं खरीदी की तुलना में इस वर्ष भी अभी तक 6 लाख 19 हजार 88 क्विंटल गेहूं की रिकार्ड खरीदी की जा चुकी है और खरीदी का कार्य जारी है ।
किसानों की सुविधा के लिए 68 खरीदी केन्द्र सीहोर जिले में किसानों को उनकी उपज का वाजिब दाम दिलाने के मद्देनजर 68 खरीदी केन्द्र बनाए गए है । जिलाधीश श्री सिंह की पहल पर जिले में पहली बार इतने केन्द्र बनाकर किसानों को सुगमता पूर्वक अपनी उपज समीप के केन्द्रों तक पहुंचाने की सुविधा मुहैया कराई गई है ।