Monday, February 4, 2008

कीर समाज करेगा भीख मांगों आंदोलन

सीहोर 2 फरवरी (फुरसत)। कीर समाज युवा कल्याण समिति के तत्वाधान में आरक्षण जागरुकता रैली के रुप में क्षेत्र में भ्रमण के बाद एक दिवसीय उपवास का आयोजन रखा गया जो की कीर जाति का आरक्षण समाप्त करने के विरोध में था। म.प्र. एवं केन्द्रीय सरकार ने बार-बार आश्वासन दिया किंतु कोई हल नहीं निकाला गया इसलिये समाज ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है। कार्यक्रम के संयोजक सामाजिक नेता कमल सिंह कीर के नेतृत्व में सैकड़ों की संख्या में एक दिवसीय उपवास में सामाजिक बंधु बैठे। इस अवसर पर कमल कीर ने अपने संबोधन में कहा कि हमारी समाज, कीर जाति, आर्थिक एवं सामाजिक तथा शैक्षणिक रुप से पिछड़ी जाति है जो अत्यंत गरीब एवं आदिम है। आज इस समाज का आदिवासी का दर्जा समाप्त होने से कीर जाति पिछड़ रही है। समाज के छात्र छात्राएं आगे शिक्षा ग्रहण नहीं कर पा रहे हैं। पढ़े लिखे नौजवान बेरोजगार घूम कर दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। लेकिन अब हम उग्र आंदोलन करेंगे और अपना हक मांगेंगे। आरक्षण हमें बहुत जरुरी है, हमारा कांग्रेस समाज से आव्हान है कि आप उठ जागो और अपना हक मांगों। बाबा साहब अंबेडकर ने हमें आरक्षण दिया है, कोई सरकारों ने नहीं दिया है। हमारी अगली कड़ी में भीख मांगों आंदोलन होगा और फिर आगे उग्र आंदोलन होगा। कार्यक्रम को अन्य वक्तागणों ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन नवल सिंह कीर आगरा ने किया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से कैलाश कीर चारुआ, रामभरोस कीर पाड़लिया, उदयराम चौहान, रामकरण कीर, हरगोविंद कीर, शिव प्रसाद कीर सहित सामाजिक बंधु उपस्थित थे। अंत में आभार गया प्रसाद कीर महागांव ने माना। समस्त सामाजिक कार्यकर्ताओं ने महामहिम राष्ट्रपति एवं रायपाल के नाम एस.डी.एम. महोदय को ज्ञापन सौंपा।