Thursday, January 17, 2008

लाखों का घोटाला कर हजारों लीटर घासलेट पी रहे उपभोक्ता केन्द्र वाले

सीहोर 15 जनवरी (फुरसत)। शासकिय उचित मूल्य दुकानों पर पर्याप्त मात्रा में मिट्टी का तेल घासलेट की आपूर्ति हो चुकी है और इस बार जनवरी से प्रत्येक उपभोक्ता को 5 लीटर घांसलेट वितरित करने के आदेश जारी हो चुके हैं लेकिन हजारों लीटर केरोसिन की आपूर्ति के बावजूद यहाँ अधिकांश उचित मूल्य दुकान के संचालक 4 लीटर ही घांसलेट दे रहे हैं और हस्ताक्षर 5 पर क रवा रहे हैं। इस पर अभी तक जिला आपूर्ति अधिकारी का ध्यान नहीं गया है।
नगर भर में हजारों लीटर घांसलेट की आपूर्ति सार्वजनिक वितरण प्रणाली के तहत की गई है। मध्य प्रदेश शासन ने इस माह से एक बार फिर उपभोक्ताओं को 5 लीटर केरोसिन वितरित किये जाने के आदेश जारी कर दिये हैं जिससे उपभोक्ताओं में खासा उत्साह है। लेकिन इससे बचते हुए इस तरह की अधिक आपूर्ति का लाभ खुद राशन दुकानों के दुकानदार उठा रहे हैं।
नगर भर में अनेकानेक प्राथमिक भण्डार केन्द्रों उचित मूल्य दुकानों पर हजारों लीटर घांसलेट की आपूर्ति जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी के आदेश से हो चुकी है लेकिन मामले में अत्याधिक गड़बड़ी चल रही है। स्थिति यह है कि इस माह भी जो उपभोक्ता घांसलेट लेने आ रहे हैं उन्हे 5 के स्थान पर 4 लीटर ही केरोसिन कुछ दुकानदार दे रहे हैं और अपने रजिस्टर पर 5 लीटर ही लिखकर हस्ताक्षर करवा ले रहे हैं।
इस प्रकार सीधे-सीधे 1 लीटर की बचत वह हर एक उपभोक्ता से कर-कर वह बहुत बड़ी मात्रा में केरोसिन बचा लेंगे और इसे अपने स्तर पर भारी दाम पर बेच देंगे। जिला खाद्य आपूर्ति अधिकारी श्रीमति सुनीता शिरपुरकर से लोगों ने शिकायत करना शुरु कर दिया है देखते हैं कब तक मामले में कार्यवाही होती है। सूत्रों के अनुसार जो केरोसिन का तेल उचित मूल्य दुकानों पर 10 रुपये के भाव बेचा जाता है वहीं ब्लेक में 20 से 25 रु. में बिकता है।